अगर आप नई कार ले रहे हैं या मौजूदा कार की देखभाल चाहते हैं, तो सही जानकारी से काम आसान हो जाता है। यहाँ हम कुछ सरल लेकिन असरदार सुझाव देंगे, जो आपकी कार को लंबे समय तक चलाने में मदद करेंगे।
पहले बजट तय करें – आप कितनी राशि खर्च कर सकते हैं? फिर अपने जरूरत के हिसाब से कार का प्रकार चुनें: छोटा हचback, सेडान या SUV। पेट्रोल, डीज़ल या इलेक्ट्रिक – ट्रैफ़िक और ईंधन लागत को देख कर तय करें।
इंजन की रेटिंग, माइलेज और सर्विस इंटरवल देखना न भूलें। अगर किसी मॉडल की रिव्यू में बार‑बार बैटरी या सस्पेंशन की समस्या आती है, तो वैकल्पिक विकल्प देखें।
डीलरशिप पर टेस्ट ड्राइव करना ज़रूरी है। स्टीयरिंग, ब्रेक और सिट की आरामदायकता को महसूस करें। छोटे‑बड़े रूट पर कार कैसे चलती है, ये ध्यान में रखें।
नियमित सर्विस सबसे बड़ी बचत का तरीका है। निर्माता के फ़ॉलो‑अप शेड्यूल के अनुसार तेल बदलें, फ़िल्टर बदलें और टायर प्रेशर चेक करें। टायर का प्रेशर 30‑35psi रखना फ्यूल इकोनॉमी में मदद करता है।
इंजन में रुकावट कम करने के लिए एयर फ़िल्टर साफ़ रखें। गंदा फ़िल्टर एयर फ़्लो को रोकता है, जिससे इंधन खपत बढ़ती है। हर 6 महीने में या 10,000 किमी पर इसे बदलें।
ब्रेक पैड और डिस्क का जाँच हर 15,000 किमी पर कराएं। आवाज़ या असामान्य कंपन का मतलब है कि उन्हें जल्दी बदलना चाहिए, नहीं तो ब्रेक फेल हो सकता है।
बाहरी सफाई भी जरूरी है। वार्षिक वैक्सिंग पेंट को सोलर और रेन से बचाती है, जिससे बॉडी में स्क्रैच कम होते हैं।
अगर आप इलेक्ट्रिक कार ले रहे हैं, तो चार्जिंग पॉइंट की उपलब्धता और बैटरी की लाइफ़ पर धयान दें। बैटरी को 20‑80% चार्ज रेंज में रखना उसकी उम्र बढ़ाता है।
आखिर में, ड्राइविंग एडेप्टिव रखें। तेज़ एक्सेलेरेशन और अचानक ब्रेकिंग से इंजन पर ज़्यादा लोड पड़ता है, जिससे फ़्यूल ख़पत बढ़ती है। धीमी गति से चलकर आप फ़्यूल बचा सकते हैं और कार की लाइफ़ बढ़ा सकते हैं।
इन आसान टिप्स को फॉलो करके आप न केवल अपनी कार को बेहतर बनाएंगे, बल्कि पैसे भी बचा पाएंगे। अब जब आप कार खरीदने या उसकी देखभाल की सोच रहे हैं, तो ये चेकलिस्ट हाथ में रखें और आराम से आगे बढ़ें।