रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में शुक्रवार को रात 6 बजे खेले गए दूसरे टी20आई में जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम ने श्रीलंका क्रिकेट टीम को 7 विकेट से धमाकेदार जीत देकर अपने पिछले हारे मुकाबले की निराशा को झटके से भुला दिया। कप्तान सिकंदर राजा की अगुवाई में जिम्बाब्वे ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में अपनी जान लगा दी — और इस जीत ने उन्हें पाकिस्तान, श्रीलंका और जिम्बाब्वे ट्राई-नेशनल टी20आई सीरीज 2025/26 में अपना पहला विजयी मुकाबला दर्ज कराया।
क्या हुआ था शुरुआत में?
कुछ ही दिन पहले, जिम्बाब्वे को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के घरेलू मैदान पर अपने पहले मैच में आखिरी ओवर में हार का सामना करना पड़ा था। उस मैच में पाकिस्तान ने 151/5 से जीत हासिल की थी, जबकि जिम्बाब्वे 147/8 पर अपनी बल्लेबाजी समाप्त कर बैठा था। लेकिन इस बार बदलाव साफ था। गेंदबाजी ने श्रीलंका के बल्लेबाजों को आधे तक रोक दिया — और बल्लेबाजी ने बिना झिझक के जीत के लिए रास्ता बना दिया।
मैच का रिकॉर्ड: जिम्बाब्वे का अपना तरीका
श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी की और 142/8 का स्कोर बनाया — जो टी20आई में बहुत कम है। इसके बाद जिम्बाब्वे की टीम ने 14.4 ओवर में ही 145/3 का स्कोर बनाकर जीत दर्ज की। राजा ने 48 गेंदों में 54 रन बनाए, जिसमें 6 चौके और 3 छक्के शामिल थे। उनके साथ बल्लेबाजी करने वाले क्रिस गैरिसन ने 37 गेंदों में 46 रन बनाकर जीत की नींव रखी। श्रीलंका के लिए केवल एक ही बल्लेबाज — दीपन विक्रमसिंह — 40 रन बना पाए, जबकि जिम्बाब्वे के गेंदबाजों ने लगातार विकेट लेते रहे।
श्रीलंका की लगातार निराशा
श्रीलंका अब तक पाकिस्तान में एक भी मैच नहीं जीत पाया है — न तो ओडीआई में और न ही इस टी20आई सीरीज में। उन्होंने पिछले तीन ओडीआई मैचों में एक-एक करके हार का सामना किया। यह टीम अब तक अपने बल्लेबाजी के आधार पर नहीं, बल्कि अपने गेंदबाजी के आधार पर जीतने की क्षमता रखती है। लेकिन यहां गेंदबाजी भी असफल रही। उनके तीन टॉप गेंदबाजों में से दो ने एक भी विकेट नहीं लिया।
सिकंदर राजा: जिम्बाब्वे का आधार
राजा ने अपने कप्तानी के तरीके में एक नया तनाव लाया है। वह बस बल्लेबाजी नहीं करते, बल्कि टीम के आत्मविश्वास को भी बढ़ाते हैं। उन्होंने इस मैच के बाद कहा, “हम जानते थे कि हमारी टीम इतनी बुरी नहीं है। बस एक जीत की जरूरत थी — और आज वह आ गई।” उनकी बातों में एक नए जोश की झलक है। जिम्बाब्वे के अंदर अब एक नई उम्मीद है — जो केवल एक जीत से नहीं, बल्कि एक नए दृष्टिकोण से आई है।
सीरीज का अगला चरण: क्या आगे है?
अब जिम्बाब्वे का अगला मुकाबला 23 नवंबर, 2025 को पाकिस्तान के खिलाफ होगा — जिसमें वे अपनी जीत का लहरा बनाए रखने की कोशिश करेंगे। श्रीलंका का अगला मुकाबला 22 नवंबर, 2025 को पाकिस्तान के खिलाफ है, जहां उन्हें अपनी टीम को फिर से बांधना होगा। इस सीरीज के सात मैचों में से छह पहले ही खेल चुके हैं, और फाइनल 29 नवंबर, 2025 को होगा। अगर जिम्बाब्वे अगले दो मैचों में दो जीत दर्ज करता है, तो वह फाइनल में पहुंच सकता है।
इतिहास की नजर: जिम्बाब्वे बनाम श्रीलंका
पिछले तीन मुकाबलों में जिम्बाब्वे ने श्रीलंका को दो बार हराया है — 6 सितंबर, 2025 को 84/5 से 80 के स्कोर से, और 16 जनवरी, 2024 को 178/6 से 173/6 के स्कोर से। दोनों मैच जिम्बाब्वे के घर पर खेले गए थे। लेकिन यह जीत पाकिस्तान के मैदान पर हुई है — जहां श्रीलंका की टीम अब तक एक भी मैच नहीं जीत पाई। यह जीत तो बस एक मैच नहीं, बल्कि एक संकेत है कि जिम्बाब्वे की टीम अब दुनिया के किसी भी मैदान पर खेल सकती है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की भूमिका
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने इस सीरीज को बहुत बड़े पैमाने पर आयोजित किया है। सभी सात मैच रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे हैं — जो अपनी बेहतरीन ग्राउंड और दर्शकों की उत्साही भीड़ के लिए जाना जाता है। इस सीरीज के लिए PCB ने अपने अधिकारियों को पूरी तरह तैयार किया है, जिसमें टीवी ट्रांसमिशन, स्टेडियम सुरक्षा और टीमों के आवास तक का ध्यान रखा गया है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
इस जीत ने जिम्बाब्वे की विश्व रैंकिंग पर क्या प्रभाव डाला?
इस जीत के बाद जिम्बाब्वे की T20आई रैंकिंग 10वें स्थान से बढ़कर 9वें स्थान पर पहुंच गई। यह छोटा सा बदलाव उनके लिए बड़ा है, क्योंकि अगले विश्व कप की योग्यता के लिए टॉप 8 में जगह हासिल करना जरूरी है। अगर वे अगले दो मैच जीत लेते हैं, तो वे रैंकिंग में ऊपर जाने के लिए तैयार हो जाएंगे।
श्रीलंका की टीम के लिए यह हार क्यों चिंताजनक है?
श्रीलंका ने पिछले तीन महीनों में तीन बार पाकिस्तान में खेला है — और हर बार हार गया है। उनके बल्लेबाज बार-बार शुरुआत में बाहर हो रहे हैं, और गेंदबाज लगातार रन दे रहे हैं। अगर वे अगले मैच में भी हारते हैं, तो उनकी टीम को फाइनल में जाने का कोई मौका नहीं रहेगा।
सिकंदर राजा की भूमिका इस जीत में क्या अहम थी?
राजा ने न केवल 54 रन बनाए, बल्कि टीम के व्यवहार को भी बदल दिया। उन्होंने बल्लेबाजी के लिए शुरुआती ओवर में अपने बल्लेबाजों को आत्मविश्वास दिया, और गेंदबाजी के लिए रणनीति बनाई। उनकी अगुवाई ने टीम के युवा खिलाड़ियों को भी बेहतर प्रदर्शन करने का मौका दिया।
इस सीरीज के लिए कौन से खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं?
जिम्बाब्वे के लिए सिकंदर राजा और क्रिस गैरिसन टॉप पर हैं। श्रीलंका के लिए दीपन विक्रमसिंह एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने 40+ रन बनाए। पाकिस्तान के लिए मोहम्मद नवाज ने अपने पहले मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया, और अब वे टॉप ऑर्डर में बार-बार रन बना रहे हैं।
अगले मैच में कौन सी टीम जीत के लिए ज्यादा दबाव में है?
श्रीलंका ज्यादा दबाव में है। उन्होंने अब तक कोई मैच नहीं जीता, और उनकी टीम में आत्मविश्वास कमजोर है। जिम्बाब्वे के लिए यह अभी बस एक जीत है — लेकिन श्रीलंका के लिए यह एक जीवन-मरण का मुद्दा है। अगर वे अगले मैच में हारते हैं, तो उनका टूर्नामेंट खत्म हो जाएगा।
फाइनल के लिए कौन सी टीम शीर्ष पर है?
अभी तक तीनों टीमों के पास एक-एक जीत और एक-एक हार है। लेकिन जिम्बाब्वे के पास अब अच्छा रिकॉर्ड है — उन्होंने एक बड़ी जीत दर्ज की है। अगर वे अगले दो मैच जीत लेते हैं, तो वे फाइनल में पहुंचने के लिए सबसे अधिक संभावना रखते हैं।