मंदी के बावजूद कालाअंब औद्योगिक क्षेत्र की पुरानी इकाइयां 250 करोड़ का निवेश करने को तैयार हो गई हैं। उद्योगों के विस्तारीकरण से लगभग पांच हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। यही नहीं, प्रदेश सरकार को भी इससे लाखों रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा।
चैंबर्स ऑफ कामर्स एवं इंडस्ट्री और कालाअंब के उद्योगपतियों ने हाल ही में इस पर निर्णय लिया है। दो दर्जन इकाइयों ने खुद निवेश की इच्छा जताई है। हिमाचल में औद्योगिक पैकेज समाप्त होने के बाद पहली बार इतने बड़े स्तर पर निवेश होने जा रहा है। पिछले 8 से 10 वर्षों में इन इकाइयों ने 15 हजार करोड़ रुपये का कारोबार किया है।
नए उद्योग लगाने के लिए बड़े घराने भले ही करोड़ों के निवेश के प्रस्ताव देते हों, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि आधे से ज्यादा कंपनियां अपना उद्योग स्थापित ही नहीं कर पाती हैं। जबकि पुराने उद्योगों के विस्तारीकरण के बाद सक्सेस रेट 100 फीसदी रहता है।
चैंबर ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्री कालाअंब के अध्यक्ष जयपाल जैन ने बताया कि प्रदेश सरकार नए उद्योगों की तरह पुरानी इकाइयों को भी प्रोत्साहित करे। कालाअंब की दो दर्जन पुरानी इकाइयां 250 करोड़ के अतिरिक्त निवेश को तैयार हैं। इससे पांच हजार नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। यह निर्णय बाकायदा बैठक में लिया गया है।