हिमाचल में शनिवार को बाल विवाह के दो मामलों में ऐन मौके कार्रवाई करते हुए बारातों को बैरंग लौटा दिया गया। चंबा के चुवाड़ी से ऊना दूल्हे संग जा रही बारात को जिला बाल संरक्षण इकाई की मदद से रोक दिया गया।
वहीं सिरमौर जिले में नाहन के सलानी गांव में शादी के मंडप पर पहुंच कर चाइल्ड लाइन संस्था के साथ आई संयुक्त टीम ने आयोजन रद्द करवा दिया।
यहां पर बारात हरियाणा से आनी थी। दोनों ही मामलों में पुलिस के सहयोग से संबंधित संस्थाओं ने जांच में वधू बनाई गई लड़की की उम्र को विवाह के लिए निर्धारित आयु से कम पाया।
परिजनों ने भरी हामी, बोले- करेंगे इंतजार
जिला चंबा के चुवाड़ी से ऊना के अंब में नाबालिग लड़की को ब्याहने जा रही बारात को जिला बाल संरक्षण इकाई चंबा ने बीच रास्ते पर रोक लौटा दिया। जिला बाल संरक्षण इकाई चंबा को सूचना मिली थी कि शनिवार को जिला चंबा के चुवाड़ी से एक युवक ऊना के अंब गांव में नाबालिग लड़की से शादी करने के लिए बारात लेकर जा रहा है।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी ऊना ने इसकी सूचना चंबा बाल संरक्षण कार्यालय में दी। जिसके बाद टीम ने बारात को आगे बढ़ने से रोक दिया। जिला बाल संरक्षण इकाई अधिकारी डॉ. पीके गुप्ता ने जिला कार्यक्रम अधिकारी, सीडीपीओ चुवाड़ी और पैराडाइज केंद्र प्रभारी चुवाड़ी के सहयोग से बारात लौटाई गई।
उधर, अंब में भी जिला बाल संरक्षण अधिकारी ऊना की अगुवाई में टीम नाबालिग लड़की के घर पहुंच गई। वहां शादी की तैयारियां चल रही थीं। चुवाड़ी में टीम ने जाकर दूल्हे सहित परिजनों को अवगत करवाया कि 18 साल की आयु पूरी न करने वाली लड़की को ब्याहने जाना अपराध है। समझाने के बाद परिजनों ने भी हामी भरते हुए कहा कि वे शादी के लिए लड़की की उम्र अठारह वर्ष होने तक इंतजार करेंगे। मौके पर मौजूद एसएचओ चुवाड़ी ने दूल्हे से यह लिखित में लिया।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी डॉ. पीके गुप्ता ने बताया कि सूचना ऊना जिला के बाल संरक्षण कार्यालय से मिलते ही टीम ने चुवाड़ी पहुंचकर बारात को लौटा दिया। वहीं दूसरी तरफ ऊना में भी जिला बाल संरक्षण की टीम ने लड़की के अभिभावकों को जागरूक किया और 18 साल से पहले शादी न करवाने की बात कही।
व्हॉट्सऐप से शुरु हुआ प्रेम प्रसंग
बताया जा रहा है कि व्हॉट्स ऐप के माध्यम से प्रेम प्रसंग हुुआ था। इसके बाद व्हॉट्स ऐप में चैटिंग के बाद रिश्ते की बात चली थी। इसके बाद अब शादी हो रही थी। लेकिन यहां लड़की की आयु 18 वर्ष से कम पाई गई।