अगर आप अपना वजन घटाना चाहते हैं या बस फिट रहना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको "कैलोरी संतुलन" समझना होगा। मतलब यह कि आप जितनी कैलोरी लेते हैं, उतनी ही या उससे कम बर्न कर रहे हों। जब इन दोनों में फर्क होता है, तो शरीर either चर्बी जमा कर देता है या फैट जलाता है। यही बात को समझना पहला कदम है।
कैलोरी ऊर्जा की इकाई है, जो भोजन से मिलती है। आपका दिमाग, दिल, मसल्स और यहां तक कि सांस लेना भी कैलोरी खर्च करता है। अगर आप दिन में 2000 कैलोरी लेते हैं लेकिन सिर्फ 1500 बर्न करते हैं, तो अतिरिक्त 500 कैलोरी फट जाती है और मोटापा बढ़ता है। इसलिए अपने रोज़मर्रा के काम, उम्र, वजन और एक्टिविटी लेवल को ध्यान में रखकर आपका रोज़ाना कैलोरी लक्ष्य तय करना जरूरी है।
1. कैलोरी गिनें – आजकल कई फ्री ऐप्स जैसे MyFitnessPal या हेल्थी फ़ूड डाइरी से आप जल्दी से अपनी खाने की कैलोरी ट्रैक कर सकते हैं। सिर्फ़ खाने की मात्रा डालें, ऐप आपको बताएगा कितनी कैलोरी ली।
2. स्मार्ट प्लेट – प्लेट को तीन हिस्सों में बाँटें: आधा सब्ज़ी, एक चौथाई प्रोटीन (दाल, पनीर, अंडा), बाकी क्वार्टर कार्ब (रोटी, चावल, दाल)। ये तरीका ऑटोमेटिकली कैलोरी कंट्रोल में मदद करता है।
3. छोटी-छोटी चालें – लिफ्ट की जगह सीढ़ी, ऑफिस में टहलना, शाम को 20‑ मिनट का तेज़ वॉक या घर पर जंपिंग जैक करने से अतिरिक्त 150‑200 कैलोरी बर्न हो जाती है।
4. शुगर और प्रोसेस्ड फ़ूड कट करें – ये चीज़ें खाली कैलोरी देती हैं, यानी पेट भरता नहीं, लेकिन वजन बढ़ाता है। अगर आप चाय में चीनी की जगह stevioside या थोड़ा सा दालचीनी डालें, तो कैलोरी कम होगी और स्वाद भी बना रहेगा।
5. हाइड्रेशन याद रखें – पानी पीना मेटाबोलिज्म को तेज़ करता है। दिन में कम से कम 2‑2.5 लीटर पानी पीने की कोशिश करें। अक्सर लोग पोड़िया पीने को भूख समझ लेते हैं, इसलिए पानी पीकर एक बार चेक कर लें।
6. स्लीप का पूरा ध्यान रखें – नींद कम होने से हार्मोन बिगड़ते हैं, जिससे भूख बढ़ती है और कैलोरी बर्न कम होता है। 7‑8 घंटे की क्वालिटी स्लीप आपके कैलोरी बैलेन्स को साधारण रखती है।
इन टिप्स को दिन‑प्रतिदिन अपनाने से आप बिना जटिल डाइट प्लान के भी कैलोरी संतुलन बना पाएँगे। याद रखिए, छोटे‑छोटे बदलावों का असर टाइम के साथ बड़ा होता है। अगर किसी दो‑तीन दिन में फर्क न दिखे तो निराश न हों, लगातार प्रयास ही सफलता देता है।