माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी,यह साझा पत्र इसलिए लिख रहा हूं ताकि आपमें से जिसे भी वक्त हो, भारत भर के युवाओं के साथ हो रही धोखाधड़ी का मसला उठाएं. केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारों के कर्मचारी सेवा आयोग का ट्रैक रिकार्ड बताता है कि ये नौकरी देने के नाम पर नौजवानों को झांसा दे रहे हैं. उनके अवसाद का कारण बन रहे हैं. आप दोनों युवाओं के लिए वक्त निकालिए. प्रधानमंत्री जी आप सरकार में रहते हुए सोचिए कि क्या होना चाहिए और राहुल गांधी जी आप विपक्ष में रहते हुए आप इस मुद्दे को इतना उठाइये कि सरकार जल्दी सोचे और जल्दी कुछ करे. भारत के नौजवानों के धीरज का इम्तहान मत लीजिए. इस तरह से उनके साथ धोखाधड़ी होगी तो उनका संस्थाओं से यकीं उठ जाएगा. नियुक्ति के लिए ज़िम्मेदार संस्थाओं ने नौजवानों का तमाशा बना कर रख दिया है. आप चुनाव जीतें, हारें मगर इन नौजवानों ने क्या किया है कि इन्हें नौकरी के नाम पर सज़ा दी जा रही है.
नौजवानों के साथ धोखा, कहां हैं मोदी और राहुल
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