पूरी दुनिया में चॉकलेट के दीवानों की कोई कमी नहीं है. खासतौर पर युवाओं में चॉकलेट का बड़ा क्रेज देखने को मिलता है. इसे हर स्पेशल इवेंट के लिए भी मंगवाया जाता है. लोग गिफ्ट के तौर पर भी चॉकलेट्स देना ही पसंद करते हैं. लेकिन कुछ ही सालों बाद दुनिया से चॉकलेट का नामोनिशां मिटने वाला है. जी हां हालिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 2050 तक चॉकलेट का उत्पादन लगभग खत्म हो सकता है. सीधे शब्दों में कहें तो चॉकलेट भी ग्लोबल वॉर्मिंग की मार झेल रही है.
क्या है कारण
जिस पौधे से चॉकलेट बनाई जाती है उसे ककाओ कहा जाता है. इसकी पैदावार एक सीमित क्षेत्र में ही होती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इसकी खेती भूमध्य रेखा के 20 डिग्री उत्तर और 20 डिग्री दक्षिण तक के क्षेत्रों में ही होती है. जहां पर तापमान में कोई भी उतार-चढ़ाव नहीं देखने को मिलता है. लेकिन ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण अब तापमान में लगातार परिवर्तन देखने को मिल रहा है. जहां इसकी खेती होती है वहां का तापमान भी बढ़ रहा है. इसीलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि 2050 तक लगातार बढ़ते हुए तापमान के कारण काकाओ की पैदावार काफी कम हो जाएगी.